कितना मुश्किल होता है खुद को माफ़ कर देना
किसी को यूँ अपनी ज़िन्दगी से आज़ाद कर देना
सब कुछ भूलकर भी सब कुछ याद करते रहना
और यूँ अपनी पूरी ज़िन्दगी को नाशाद कर देना
मुस्कराकर मिलना सबसे.......बातें करते रहना
अपने बीते हुए कल को इस तरह मिस्मार कर देना
अपनी सारी कोशिशों को टूटकर बिखरते हुए देखना
कोई पूछे जब ग़म का सबब तो दरकिनार कर देना
इस आज़ार से बाहर निकलना यूँ तो नहीं मुमकिन
अगर मुमकिन हो तो यूँ करना मुझे बर्बाद कर देना
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