Saturday 27 August 2022

Random#19

 इन आंसूओं को अंगार बनाना होगा 

मुझे इस तरह सब कुछ भुलाना होगा 


सब पूछेंगे इस नए चेहरे का राज मुझसे 

लेकिन मुझे वो पुराना शख्स गँवाना होगा 


सीने में चल रही इस कश्मकश को 

अब मुझे छोड़ दूर कही जाना होगा 


इस नए दौर में मैं नया बनाऊंगा खूद को 

रोने गिड़गिड़ाने का कोई और जमाना होगा


दिन-ब-दिन रंग बदलती हुई इस दुनिया को 

मुझे भी कभी तो अपना रंग दिखाना होगा 


लोग ढूंढेंगे कहाँ गया वो उदास सा शख्स 

मैं बोलूंगा मर गया होगा आशिक़ दीवाना होगा 


दरख्तों पर लटक रही इन तमाम यादों को 

परत दर परत जल धुआं बन जाना होगा 


इन लोगों से दूर कहीं वीरान से जंगल में 

इस नए परिंदे का एक छोटा सा ठिकाना होगा 


जब मैं कहूंगा तब उन्हें आना होगा 

जब मैं कहूंगा तब उन्हें जाना होगा 


इस बदले हुए शख्स का राज़ बताना होगा 

मैं कौन हूँ दुनिया को दिखाना होगा 


हर लहू के कतरे को बीज बन जाना होगा 

जो कुछ भी हो नया जन्म ले आना होगा 


चलना होगा गिरना होगा उठ दौड़ जाना होगा 

ख़ुद से ही लड़ना होगा ख़ुद को ही हराना होगा 

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